नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 10 के हिंदी विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “हंस कौओं की जमात में शामिल होने के लिए ललक गया” इसकी सप्रसंग प्याख्या कीजिए”(Hans koao ki jamaat mein Shamil hone ke liye lag Gaya iski saprasang vyakhya kijiye) का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
हंस कौओं की जमात में शामिल होने के लिए ललक गया” इसकी सप्रसंग प्याख्या कीजिए । Hans koao ki jamaat mein Shamil hone ke liye lag Gaya iski saprasang vyakhya kijiye
प्रश्न: हंस कौओं की जमात में शामिल होने के लिए ललक गया” इसकी सप्रसंग प्याख्या कीजिए । Hans koao ki jamaat mein Shamil hone ke liye lag Gaya iski saprasang vyakhya kijiye
उत्तर – इस वाक्य का अर्थ यह है कि एक अमीर घर का लड़का, जिसका जीवन विलासिता से भरा है, सामान्य और गरीब बच्चों के खेलों में शामिल होने की इच्छा रखता है। कहानी में, यह स्थिति सामाजिक अंतर को दर्शाती है। हंस से तात्पर्य उस बच्चे से है जो संपन्न परिवार से है, जबकि कौओं से तात्पर्य उन बच्चों से है जो समाज के कमजोर वर्ग से आते हैं। यह ललक इस बात की ओर इशारा करती है कि वह लड़का सामान्य जीवन की सादगी और खुशियों को समझना चाहता है, परन्तु उसके समाज का दायरा उसे ऐसा करने से रोकता है। यह स्थिति जीवन के वास्तविक मूल्य को समझने की दिशा में एक यात्रा का संकेत देती है।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. गुरु नानक की दृष्टि में ब्रह्म का निवास कहाँ है
Q. मंगम्मा अपने बेटे-बहू से अलग क्यों हो गई
Q. गुरु की कृपा से किस युक्ति की पहचान हो पाती है
Q. गुरु की कृपा से किस युक्ति की पहचान हो पाती है
Q. श्रम विभाजन कैसे समाज की आवश्यकता है
Q. सेन साहब खोखा में कैसी संभावनाएं देखते थे
Q. हंस कौओं की जमात में शामिल होने के लिए ललक गया” इसकी सप्रसंग प्याख्या कीजिए
Q. अंबेडकर की दृष्टि में जातिप्रथा आर्थिक पहलू से भी हानिकारक है कैसे
Q. मंगम्मा ने माँजी की आदमी को वश में रखने के कौन-से गुर बताए
Q. राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा पद का सारांश अपने शब्दों में लिखें
दूसरा उतर
इस कथन में उस असंतुलन की बात की जा रही है जो समाज में विभिन्न वर्गों के बीच पाया जाता है। कहानी के पात्र के रूप में एक अमीर बच्चा गरीब बच्चों के खेल में शामिल होना चाहता है, परन्तु उसे उसकी सामाजिक स्थिति के कारण ऐसा करने से रोका जाता है। यह स्थिति दर्शाती है कि समाज में जो भिन्नता है, वह केवल आर्थिक आधार पर नहीं, बल्कि सामाजिक सोच पर भी निर्भर करती है। इस परिस्थिति में अमीर और गरीब दोनों ही वर्गों के बीच की दूरियों का वर्णन किया गया है, जहाँ एक पक्ष अपने वर्ग के बाहर जाने की इच्छा रखता है, लेकिन वह समाज के बंधनों के कारण ऐसा नहीं कर सकता।
तीसरा उतर
यह पंक्ति सामाजिक व्यवस्था के भीतर मौजूद भिन्नताओं को उजागर करती है। कहानी में एक अमीर परिवार का बच्चा गरीब बच्चों के खेल में शामिल होना चाहता है, लेकिन उसके लिए यह संभव नहीं हो पाता। इस घटना से स्पष्ट होता है कि व्यक्ति की सामाजिक स्थिति उसके जीवन की दिशा और विकल्पों को सीमित कर सकती है। यहाँ हंस उस बच्चे का प्रतीक है जो संपन्न और उच्च वर्ग से है, जबकि कौए निम्न वर्ग के प्रतीक हैं। यह कथन समाज में विद्यमान असमानताओं और उनके प्रभावों को उजागर करता है, जहाँ वर्गभेद के कारण लोग एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर नहीं रह सकते।
चौथा उतर
कहानी में यह पंक्ति सामाजिक ध्रुवीकरण की ओर इशारा करती है। यहाँ हंस अमीर परिवार के बच्चे का प्रतीक है, जबकि कौए गरीब बच्चों का। अमीर लड़का उन बच्चों के साथ खेलना चाहता है, जो उसकी सामाजिक स्थिति से भिन्न हैं, परंतु समाज के बनाए गए भेदभाव और परंपराओं के कारण उसे यह अवसर नहीं मिलता। इस स्थिति में बच्चे के मन में एक अंतरद्वंद्व होता है, जहाँ वह अपनी इच्छाओं और सामाजिक नियमों के बीच फंसा हुआ महसूस करता है। यह पंक्ति इस बात की ओर संकेत करती है कि कभी-कभी व्यक्ति अपनी सामाजिक स्थिति के कारण अपनी इच्छाओं को पूरा नहीं कर पाता।