नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 11 के हिंदी विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “भारत दुर्दशा’ शीर्षक कविता में कवि सभी भारतीयों को किस लिए आमंत्रित करता है और क्यों”(Bharat durdasha shirshak Kavita mein Kavi sabhi bhartiyon ko kis liye aamantrit karta hai aur kyon) का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
भारत दुर्दशा’ शीर्षक कविता में कवि सभी भारतीयों को किस लिए आमंत्रित करता है और क्यों । Bharat durdasha shirshak Kavita mein Kavi sabhi bhartiyon ko kis liye aamantrit karta hai aur kyon
प्रश्न: भारत दुर्दशा’ शीर्षक कविता में कवि सभी भारतीयों को किस लिए आमंत्रित करता है और क्यों । Bharat durdasha shirshak Kavita mein Kavi sabhi bhartiyon ko kis liye aamantrit karta hai aur kyon
उत्तर – कवि भारतेन्दु हरिश्चंद्र की कविता ‘भारत दुर्दशा’ भारतीयों को उनके देश की कठिन स्थिति पर ध्यान देने और उसे बदलने के लिए प्रेरित करती है। कवि का मानना है कि भारत की दुर्दशा अत्यधिक चिंताजनक है, इसलिए सभी भारतीयों को एकजुट होकर इस संकट का सामना करना चाहिए और इसे सुधारने के प्रयास करने चाहिए।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. चलचित्र किन शिल्प साहित्यों से अपने निर्माण का तत्व लेता है
Q. झंकार शीर्षक कविता में कवि को आघातों की चिंता क्यों नहीं है
Q. भारत दुर्दशा’ शीर्षक कविता में कवि सभी भारतीयों को किस लिए आमंत्रित करता है और क्यों?
Q. तोड़ती पत्थर शीर्षक कविता में स्त्री अपने हथौड़े से किस प्रकार प्रहार करती है
Q. गालिब गैर नहीं है अपनों से अपने हैं के द्वारा कवि त्रिलोचन ने क्या कहना चाहा हैं
Q. लेखक फणीश्वरनाथ रेणु ने कोसी अंचल का परिचय किस तरह दिया है
Q. शेरा कौन है और उसके साथ साहनी का क्या संबंध है
Or
Q. परीक्षा में शानदार सफलता के लिए अपने मित्र को बधाई देते हुए एक पत्र लिखिए
Or
अपने विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पास चरित्र प्रमाण-पत्र हेतु एक आवेदन-पत्र लिखें
दूसरा उतर
कविता ‘भारत दुर्दशा’ में भारतेन्दु हरिश्चंद्र ने भारतीयों को भारत की दीन-हीन स्थिति पर ध्यान देने और इसे बदलने के लिए प्रेरित किया है। वे बताते हैं कि भारत में अंग्रेज़ों द्वारा फैलाए गए असंतोष और विघटन के कारण देश की स्थिति दयनीय हो गई है, जिसे सुधारने के लिए भारतीयों को जागरूक और सक्रिय होना चाहिए।
तीसरा उतर
‘भारत दुर्दशा’ कविता में कवि भारतेन्दु हरिश्चंद्र ने भारतीयों को भारत की दीन-हीन स्थिति पर ध्यान देने और इसे सुधारने के लिए प्रेरित किया है। वे इंगित करते हैं कि भारतीयों में आपसी फूट और असंतोष फैलाने का मुख्य कारण अंग्रेज़ों की रणनीति है, जिसे खत्म करने के लिए भारतीयों को एकजुट होना पड़ेगा।
चौथा उतर
भारतेन्दु हरिश्चंद्र की ‘भारत दुर्दशा’ कविता में कवि भारतीयों को उनके देश की दीन-हीन स्थिति को देखकर आंसू बहाने और सुधार के लिए तत्पर रहने का आह्वान करते हैं। वे बताते हैं कि अंग्रेज़ों ने भारतीयों में फूट डालकर देश की स्थिति को गंभीर बना दिया है, जिसे बदलने के लिए भारतीयों को सामूहिक प्रयास करना चाहिए।