अंग्रेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलि जात इहै अति ख्वारी प्रस्तुत पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें

Join Whatsapp Group Join Now

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 11 के हिंदी विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “अंग्रेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलि जात इहै अति ख्वारी प्रस्तुत पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें”का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।

अंग्रेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलि जात इहै अति ख्वारी प्रस्तुत पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें

प्रश्न: अंग्रेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलि जात इहै अति ख्वारी प्रस्तुत पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें

उत्तर –

प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारे पाठ्यक्रम की पुस्तक “भारत दुर्दशा” से ली गई हैं। इसके रचयिता भारतेंदु हरिश्चंद्र हैं, जो हिंदी साहित्य के आधुनिक युग के जनक माने जाते हैं। यह कविता भारत में अंग्रेजी शासन के समय की परिस्थितियों को चित्रित करती है। 

इन पंक्तियों में कवि भारत में अंग्रेजी शासन के दौरान दिखने वाले बाहरी ऐश्वर्य और आभूषणों का वर्णन करते हैं। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी राज में भारत में साज-सज्जा, इमारतें और व्यवस्थाएँ तो बहुत सुंदर और भव्य दिखती हैं, लेकिन इसका असली मूल्य चुकाना पड़ता है। भारत की संपत्ति, यहाँ का धन, विदेशों में जा रहा है। यह स्थिति अत्यधिक दुःखद और शर्मनाक है। भारत का धन अंग्रेज अपने देश ले जा रहे हैं, जिससे देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। 

कवि का यह व्यंग्य अंग्रेजों की नीति पर आधारित है, जहाँ वे भारत का शोषण कर रहे थे और भारत की संपत्ति को लूटकर अपने देश ले जा रहे थे, जबकि भारतवासी गरीब और अभावग्रस्त हो रहे थे।

आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न

Q. चलचित्र किन शिल्प साहित्यों से अपने निर्माण का तत्व लेता है

Q. झंकार शीर्षक कविता में कवि को आघातों की चिंता क्यों नहीं है

Q. भारत दुर्दशा’ शीर्षक कविता में कवि सभी भारतीयों को किस लिए आमंत्रित करता है और क्यों? 

Q. तोड़ती पत्थर शीर्षक कविता में स्त्री अपने हथौड़े से किस प्रकार प्रहार करती है

Q. गालिब गैर नहीं है अपनों से अपने हैं के द्वारा कवि त्रिलोचन ने क्या कहना चाहा हैं

Q. लेखक फणीश्वरनाथ रेणु ने कोसी अंचल का परिचय किस तरह दिया है

Q. शेरा कौन है और उसके साथ साहनी का क्या संबंध है

Q. जिन्हें विश्वास न हो वे स्वयं आकर देख जाएँ-प्राणों में घुले हुए रंग धरती पर किस तरह फैल रहे हैं-फैलते ही जा रहे हैं।” इस उद्धरण की सप्रसंग व्याख्या करें

Or

अंग्रेज राज सुख साज सजे सब भारी। पै धन विदेश चलि जात इहै अति ख्वारी प्रस्तुत पंक्ति की सप्रसंग व्याख्या करें

Q. परीक्षा में शानदार सफलता के लिए अपने मित्र को बधाई देते हुए एक पत्र लिखिए

Or

अपने विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पास चरित्र प्रमाण-पत्र हेतु एक आवेदन-पत्र लिखें

Join Whatsapp Group Join Now

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

x
x
Scroll to Top