नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 9 के संस्कृत विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “राष्ट्रबोध का जागरण क्यों आवश्यक है”(rashtrabodh ka jagran kyon aavashyak hai)का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
राष्ट्रबोध का जागरण क्यों आवश्यक है । rashtrabodh ka jagran kyon aavashyak hai
प्रश्न: राष्ट्रबोध का जागरण क्यों आवश्यक है । rashtrabodh ka jagran kyon aavashyak hai
उत्तर –
राष्ट्रबोध का जागरण समाज में एकता और अखंडता को प्रोत्साहित करता है। यह नागरिकों को देश के प्रति जिम्मेदार बनाता है और उन्हें राष्ट्रीय हित में कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। जब लोगों में राष्ट्र के प्रति गर्व और समर्पण होता है, तो वे बेहतर समाज का निर्माण करने में योगदान देते हैं। इस प्रकार का जागरण शिक्षा और सामाजिक संवाद के माध्यम से संभव है, जो देशवासियों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है। इससे राष्ट्र की सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता में वृद्धि होती है।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. राष्ट्रबोध ‘ पाठ से क्या शिक्षा मिलती है
Q. धनंजय ने रेल नीर क्यों खरीदा
Q. आरक्षियों ने जाँच क्रम में क्या पाया
Q. मुख्यमंत्री ने अपने आनन्दिन होने का क्या कारण बताया
Q. सभी समस्याओं का निवारण किससे होगा
Q. आरक्षिनिरीक्षक ने राष्ट्रद्रोहियों को कारागार में क्यों डाला
Q. गणतंत्र शासन पद्धति कैसे सर्वोत्कृष्ट है
Q. राजकीय शिक्षक दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में क्या कहा
Q. आरक्षिनिरीक्षक ने समुद्रोहियों का पता कैसे लगाया
Q. राष्ट्रबोध का जागरण क्यों आवश्यक है
Q. विश्ववन्दिता वैशाली पाठ का प्रतिपाद्य विषय क्या है
दूसरा उतर
राष्ट्रबोध के जागरण का एक आदर्श उदाहरण स्वतंत्रता संग्राम है। महात्मा गांधी ने राष्ट्रबोध को जागरूक करने के लिए अहिंसा और सत्याग्रह का मार्ग अपनाया। उनके आंदोलनों ने भारतीय जनमानस को एकत्रित किया और स्वतंत्रता की दिशा में प्रेरित किया। इस प्रकार, राष्ट्रबोध के जागरण ने एक विशाल जन आंदोलन को जन्म दिया और देश को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह उदाहरण दर्शाता है कि जब लोगों में राष्ट्र के प्रति जागरूकता होती है, तो वे बड़े उद्देश्यों के लिए एकजुट होकर कार्य कर सकते हैं।
तीसरा उतर
राष्ट्रबोध का जागरण समाज के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब लोग अपने देश के प्रति जागरूक होते हैं, तो वे सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इससे सरकारी नीतियों में सुधार और विकास की दिशा में सकारात्मक बदलाव होते हैं। राष्ट्रबोध से प्रेरित लोग अपने कर्तव्यों को समझते हैं और समाज की भलाई के लिए कार्य करते हैं, जो देश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में सहायक होता है। इस प्रकार, राष्ट्रबोध का जागरण समाज में स्थिरता और प्रगति का आधार बनता है
चौथा उतर
राष्ट्रबोध के जागरण की प्रक्रिया में शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रीय त्योहारों और ऐतिहासिक घटनाओं के आयोजन से विद्यार्थियों में देश के प्रति गर्व और जिम्मेदारी का अहसास होता है। यह प्रक्रिया सामाजिक संवाद, साहित्यिक कार्यक्रमों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भी हो सकती है। इन गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों को अपने देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का ज्ञान होता है, जिससे उनका राष्ट्रबोध सशक्त होता है और वे समाज में सकारात्मक योगदान करने के लिए प्रेरित होते हैं।