सामाजिक परिवर्तन का जनसंख्यात्मक कारक क्या है । Samajik Parivartan ka jansankhyatmak karak kya hai

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नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में कक्षा 11 के अर्थशास्त्र विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “सामाजिक परिवर्तन का जनसंख्यात्मक कारक क्या है”(Samajik Parivartan ka jansankhyatmak karak kya hai) का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।

सामाजिक परिवर्तन का जनसंख्यात्मक कारक क्या है । Samajik Parivartan ka jansankhyatmak karak kya hai

Q: सामाजिक परिवर्तन का जनसंख्यात्मक कारक क्या है । Samajik Parivartan ka jansankhyatmak karak kya hai

Answer – 

जब किसी क्षेत्र में जनसंख्या का विस्थापन होता है, तो वह सामाजिक ढांचे में बड़े परिवर्तन लाता है। नए लोग अपने रीति-रिवाज और संस्कृति के साथ समाज में आते हैं, जिससे विचारधारा और जीवन शैली में बदलाव देखने को मिलते हैं।

दूसरा उतर 

जनसंख्या का आयु वितरण भी सामाजिक बदलाव का कारक बनता है। युवा और वृद्ध जनसंख्या के अनुपात में बदलाव से समाज के निर्णय और योजनाएँ प्रभावित होती हैं। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन शैली पर असर पड़ता है।

तीसरा उतर 

जनसंख्या के आकार में बदलाव से समाज की कई व्यवस्थाएँ प्रभावित होती हैं। इसके कारण रोजगार, आवास और संसाधनों की माँग बदलती है, जिससे समाज में नए ढांचे का निर्माण होता है। यह परिवर्तनों का एक बड़ा कारण माना जाता है।

चौथा उतर 

जब किसी क्षेत्र में जनसंख्या का विस्थापन होता है, तो वह सामाजिक ढांचे में बड़े परिवर्तन लाता है। नए लोग अपने रीति-रिवाज और संस्कृति के साथ समाज में आते हैं, जिससे विचारधारा और जीवन शैली में बदलाव देखने को मिलते हैं।

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