नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में कक्षा 9 के Hindi विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “प्रेमचंद की दो रचनाएँ लिखते हुए उनकी भाषा शैली की विशेषताएँ लिखिए”(Premchand ki do rachnaen likhate hue unki bhasha sheli ki visheshtaen likhiye) का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
प्रेमचंद की दो रचनाएँ लिखते हुए उनकी भाषा शैली की विशेषताएँ लिखिए । Premchand ki do rachnaen likhate hue unki bhasha sheli ki visheshtaen likhiye
Q: प्रेमचंद की दो रचनाएँ लिखते हुए उनकी भाषा शैली की विशेषताएँ लिखिए । Premchand ki do rachnaen likhate hue unki bhasha sheli ki visheshtaen likhiye
Answer –
प्रेमचंद की दो प्रमुख रचनाएँ ‘गोदान’ और ‘कफन’ हैं। इनकी भाषा सरल, प्रभावी और लोकजीवन से जुड़ी होती है। उन्होंने ग्रामीण भारत की समस्याओं और जीवन को सजीव रूप में चित्रित किया। उनकी लेखनी में मानवीय संवेदनाएँ और सामाजिक यथार्थ प्रकट होते हैं।
दूसरा उतर
गोदान’ और ‘कफन’ जैसी रचनाओं में प्रेमचंद ने समाज की वास्तविक तस्वीर प्रस्तुत की। उनकी लेखनी में ग्रामीण भारत की झलक मिलती है। शब्दों का चयन सटीक होता है, जिससे पाठक कथानक से जुड़ाव महसूस करता है। उनकी भाषा सादा होते हुए भी गहरी बातों को व्यक्त करने में सक्षम है।
तीसरा उतर
प्रेमचंद की रचनाएँ ‘गोदान’ और ‘कफन’ में सामाजिक और आर्थिक विषमताओं पर गहरा प्रहार किया गया है। उनकी भाषा सरल और प्रवाहमयी होती है, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करती है। प्रेमचंद ने अपने पात्रों के माध्यम से समाज की सच्चाई को बहुत ही प्रभावी तरीके से सामने रखा।
चौथा उतर
प्रेमचंद ने अपनी रचनाओं में मानवता और सामाजिक संवेदनाओं को स्थान दिया है। उनकी भाषा सहज होती है, जिससे आम पाठक भी जुड़ सकें। ‘गोदान’ में किसान की कठिनाइयों को उजागर किया गया है, जबकि ‘कफन’ में समाज की निष्ठुरता और गरीबी का मार्मिक चित्रण किया गया है।