नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 9 के हिंदी विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “‘’निम्मो की मौत पर शीर्षक पाठ का भावार्थ लिखे”(Nimo ki maut per shirshak paath ka bhavarth likhe ) का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
‘निम्मो की मौत पर शीर्षक पाठ का भावार्थ लिखे । Nimo ki maut per shirshak paath ka bhavarth likhe
प्रश्न: ‘निम्मो की मौत पर शीर्षक पाठ का भावार्थ लिखे । Nimo ki maut per shirshak paath ka bhavarth likhe
उत्तर – ‘निम्मो की मौत पर’ शीर्षक से विजय कुमार द्वारा रचित कविता में एक घरेलू कामगार महिला के जीवन की संघर्षपूर्ण कहानी दिखाई गई है। यह कविता महानगरों में काम करने वाली एक महिला के जीवन की पीड़ा, उसकी दिनचर्या, और उसकी असमय मृत्यु का वर्णन करती है। कवि ने निम्मो की गरीबी और अपमानित जीवन का चित्रण कर समाज की कठोरता को उजागर किया है। महिला को गरीबी के कारण खाना छिपकर खाना पड़ता था और उसे उसके मालिकों द्वारा दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता था। उसकी मृत्यु केवल उसकी गरीबी का परिणाम थी, जिसे कवि ने बहुत ही करुणा और संवेदनशीलता के साथ दर्शाया है। कविता मानवता और सहानुभूति का सशक्त चित्रण है, जो समाज में मौजूद विषमताओं को गहराई से सामने लाती है। निम्मो की मौत उसकी ही तरह कई और महिलाओं की भी असमय विदाई की प्रतीक है।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. ललित निबंध की क्या विशेषता होती है?
Q. निबंध लेखन में कल्पना का क्या महत्त्व है
Q. लेखक जगदीश नारायण चौबे के अनुसार हिन्दी निबंध की दुर्दशा का कारण क्या है
Q. ‘बुच्ची दाय’ सुनने में लीलावती को आनंदातिरेक की अनुभूति क्यों होती है
Q. लीलावती खासटोली और बबुआन टोली को तबाह होने से किस प्रकार बचा लेती है
Q. निम्मो समाज के किस वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है
Q. कवि विजय कुमार ने निम्मो की तुलना ‘भीगी हुई चिड़िया’ से क्यों की है
Q. गाँव शहर से किस प्रकार मित्र होता है ‘सुखी नदी का पुल’ शीर्षक पाठ के अनुसार वर्णन करें
Q. अच्छे निबंध के लिए क्या आवश्यक है विस्तार से तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए
Q. ‘निम्मो की मौत पर शीर्षक पाठ का भावार्थ लिखे
Q. फिल्म निर्देशक प्रकाश झा का परिचय दीजिए
दूसरा उतर
‘निम्मो की मौत पर’ कविता में विजय कुमार ने एक मजदूर महिला के कठिन जीवन का मार्मिक चित्रण किया है। कवि ने उसकी तुलना एक चिड़िया से की, जो भूख और गरीबी से जूझते हुए भी जीवन जीने की कोशिश करती है। निम्मो का जीवन दुखों से भरा था, जहाँ उसे लगातार अपमान, भुखमरी, और शारीरिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उसकी मृत्यु अचानक और अप्रत्याशित थी, जो गरीबी और उपेक्षा के परिणामस्वरूप हुई। निम्मो की इस दुखद कहानी के माध्यम से कवि ने शहरी जीवन की बेरुखी और समाज में निम्न वर्ग के प्रति संवेदनहीनता को दर्शाया है। कविता एक गहरे मानवीय संदेश के साथ समाप्त होती है, जो हमें उस असमानता की ओर ध्यान दिलाती है जो समाज के निचले तबके के लोग रोजाना झेलते हैं।
तीसरा उतर
‘निम्मो की मौत पर’ कविता एक मजदूर महिला के कठोर जीवन को दर्शाती है। कवि ने उस महिला के रोजमर्रा के संघर्षों का विवरण दिया है, जिसने अपने जीवन में अत्यधिक कष्टों का सामना किया। निम्मो को कई वर्षों तक अपमान और तिरस्कार झेलना पड़ा, लेकिन उसने कभी किसी से अपनी पीड़ा व्यक्त नहीं की। कविता के माध्यम से कवि ने उसकी मौत को गरीबी का परिणाम बताया है, जिसमें उसकी मृत्यु को कोई रहस्य नहीं, बल्कि गरीबी और अन्याय का प्रतिफल कहा गया है। कविता इस बात पर जोर देती है कि ऐसी महिलाएं, जो हमारे समाज का हिस्सा होते हुए भी अदृश्य रहती हैं, वे समाज की उपेक्षा और अन्याय का शिकार बनती हैं। कवि ने इस दुखद अंत को गहरे मानवीय भाव से प्रस्तुत किया है, जो समाज की सच्चाई को उजागर करता है।
चौथा उतर
‘निम्मो की मौत पर’ कविता में एक महिला के जीवन की कठिनाइयों और उसकी असमय मृत्यु का वर्णन किया गया है। विजय कुमार ने निम्मो की दर्दनाक जीवन की कहानी सुनाई है, जो समाज की बेरुखी और अमानवीयता को उजागर करती है। महिला का जीवन संघर्ष, उपेक्षा, और गरीबी का प्रतीक बनकर उभरता है, जिसमें उसे एक घरेलू नौकरानी के रूप में निरंतर अपमान सहना पड़ा। उसकी मृत्यु उसकी गरीबी और सामाजिक असमानता का प्रतीक है। कवि ने संवेदनशीलता के साथ इस घटना को इस तरह प्रस्तुत किया है कि यह पाठकों को भीतर तक झकझोर देती है। कविता समाज की उस क्रूरता को उजागर करती है जो निम्न वर्ग के लोगों के जीवन को उपेक्षित करती है और उनकी पीड़ा को नजरअंदाज करती है।