नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 11 के राजनीति शास्त्र विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “नकारात्मक स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं” (Nakaratmak swatantrata se aap kya samajhte hain)का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
नकारात्मक स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं । Nakaratmak swatantrata se aap kya samajhte hain
प्रश्न: नकारात्मक स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं । Nakaratmak swatantrata se aap kya samajhte hain
उत्तर –
नकारात्मक स्वतंत्रता का अर्थ है वह अवस्था जिसमें व्यक्ति किसी बाहरी प्रतिबंध या नियंत्रण से मुक्त होता है। यह एक प्रकार की स्वायत्तता होती है जहां व्यक्ति अपनी मर्जी से निर्णय ले सकता है, बिना किसी बाधा या दबाव के।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. राजनीति विज्ञान की परंपरागत परिभाषा को स्पष्ट करें
Q. क्या राजनीति सत्ता का अध्ययन है
Q. राजनीति का अध्यन राष्ट्र से शुरू व राष्ट्र पर समाप्त होता है संक्षिप्त वर्णन करें
Q. उत्तर व्यवहारवादी क्रान्ति क्या है
Q. राज्य की उत्पत्ति के दैविक सिद्धांत की संक्षिप्त विवेचना करें
Q. नकारात्मक स्वतंत्रता से आप क्या समझते हैं
Q. वैध और वास्तविक प्रभुसता का क्या अर्थ है
Q. राजनीति विज्ञान की परम्परागत व आधुनिक परिभाषाओं का आलोचनात्मक विश्लेषण करें
Q. राजनीति विज्ञान के अध्ययन की व्यवहारवादी पद्धति की विशेषताओं पर एक संक्षिप्त निबंध लिखें
Q. राष्ट्र से आप क्या समझते हैं ? इसके तत्वों का वर्णन करें
Q. ऑस्टिन के प्रभुसता सिद्धान्त की आलोचनात्मक व्याख्या करें
Q. सम्प्रभुत्ता के बहुलवादी सिद्धान्त पर एक निबंध लिखें
दूसरा उतर
नकारात्मक स्वतंत्रता का अर्थ है कि किसी व्यक्ति को दूसरों द्वारा किसी प्रकार की रुकावट या हस्तक्षेप का सामना न करना पड़े। इसमें यह विचार होता है कि हर इंसान को बिना दबाव के अपने जीवन से जुड़े फैसले लेने का हक होना चाहिए। इस प्रकार की स्वतंत्रता तब मिलती है जब किसी को बाहरी शक्ति द्वारा सीमित नहीं किया जाता।
तीसरा उतर
नकारात्मक स्वतंत्रता उस स्थिति को दर्शाती है जिसमें व्यक्ति पर कोई बंधन या अनावश्यक दबाव न हो। यह विचार उन परिस्थितियों पर आधारित है जहां व्यक्ति स्वतंत्र रूप से अपनी पसंद के अनुसार चल सके, और इस पर किसी बाहरी तंत्र का कोई प्रभाव न हो। इस स्वतंत्रता में सीमाएं बाहरी हस्तक्षेप से दूर रहती हैं।
चौथा उतर
यह स्वतंत्रता वह अवस्था होती है जहां व्यक्ति को बाहरी ताकतों द्वारा बाधित नहीं किया जाता। व्यक्ति का लक्ष्य अपने जीवन में स्वतंत्र रूप से चुनौतियों का सामना करना होता है। यह जीवन के उस पहलू को दर्शाती है जिसमें बिना किसी रुकावट के व्यक्ति अपनी सोच के अनुसार निर्णय ले सकता है, जिससे उसे आंतरिक संतोष मिलता है।