नमस्कार स्टूडेंट आज के इस आर्टिकल में बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं के इतिहास विषय कि अगस्त 2024 मासिक परीक्षा में पूछा जाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रश्न “‘मौर्य प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें”(Maurya prashasan ki Pramukh visheshtaon ka ullekh Karen) का जवाब दिया गया हैं।
मौर्य प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें । Maurya prashasan ki Pramukh visheshtaon ka ullekh Karen
प्रश्न: मौर्य प्रशासन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें । Maurya prashasan ki Pramukh visheshtaon ka ullekh Karen
उत्तर-
मौर्य प्रशासन की प्रमुख विशेषताएं
मौर्य साम्राज्य का प्रशासनिक ढांचा अपने समय का सबसे सशक्त और संगठित तंत्र था। चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा स्थापित यह साम्राज्य, चाणक्य के निर्देशन में अपनी पूरी शक्ति के साथ कार्यरत था। आइए मौर्य प्रशासन की कुछ प्रमुख विशेषताओं पर ध्यान दें।
1. केंद्रीकृत सत्ता
मौर्य साम्राज्य में सत्ता का केंद्रीकरण सर्वोपरि था। सम्राट राज्य के सभी महत्वपूर्ण निर्णय स्वयं लेते थे। साम्राज्य का प्रत्येक क्षेत्र सम्राट के अधीन था, और प्रशासनिक व्यवस्था में उनकी सशक्त उपस्थिति होती थी।
2. प्रशासनिक विभाजन
मौर्य साम्राज्य में प्रशासनिक इकाइयाँ थीं जो पूरे राज्य को नियंत्रित करती थीं। राज्य को बड़े-बड़े प्रांतों में विभाजित किया गया था, जिनका नेतृत्व ‘कुमार’ या ‘आर्यपुत्र’ करते थे। प्रत्येक प्रांत को और भी छोटे क्षेत्रों में बांटा गया था, जिन्हें ‘अहारा’ कहा जाता था।
3. न्यायिक प्रणाली
न्यायिक प्रणाली को भी मौर्य प्रशासन का एक मजबूत स्तंभ माना जा सकता है। राज्य में न्याय के लिए विभिन्न स्तरों पर न्यायालय स्थापित किए गए थे। प्रांतीय और जिला स्तर पर न्यायालय होते थे।
4. राजस्व संग्रहण प्रणाली
मौर्य प्रशासन की आर्थिक स्थिरता का आधार राजस्व संग्रहण था। भूमि कर, जिसे ‘भाग’ कहा जाता था, राजस्व का मुख्य स्रोत था। यह कर राज्य के सभी किसानों से वसूला जाता था और कृषि उत्पादन का एक निश्चित हिस्सा राज्य को दिया जाता था।
5. सशक्त सेना
मौर्य साम्राज्य में सेना का अत्यधिक महत्व था। सेना को चार प्रमुख हिस्सों में विभाजित किया गया था: पैदल सेना, घुड़सवार सेना, हाथी सेना, और रथ सेना।
6. गुप्तचर तंत्र
मौर्य प्रशासन में गुप्तचर तंत्र को विशेष रूप से विकसित किया गया था। चाणक्य के निर्देशन में, यह तंत्र राज्य की सुरक्षा और शत्रुओं की गतिविधियों पर नजर रखने में अत्यधिक कारगर साबित हुआ।
7. आर्थिक और व्यापारिक नीतियां
मौर्य साम्राज्य की अर्थव्यवस्था व्यापार पर आधारित थी। राज्य ने व्यापार मार्गों का निर्माण किया और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाई।
8. सामाजिक विकास
सम्राट अशोक के शासनकाल में, मौर्य साम्राज्य में सामाजिक विकास को बढ़ावा दिया गया। अशोक ने धार्मिक स्थलों, सड़कों, और सार्वजनिक स्थानों का निर्माण किया।