बुद्ध ने आनंद से क्या कहा । Buddh ne Anand se kya kaha

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 12 के हिंदी विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “बुद्ध ने आनंद से क्या कहा”(Buddh ne Anand se kya kaha)का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।

बुद्ध ने आनंद से क्या कहा । Buddh ne Anand se kya kaha

प्रश्न: बुद्ध ने आनंद से क्या कहा । Buddh ne Anand se kya kaha

उत्तर –

बुद्ध ने आनंद से कहा कि जीवन की समस्याओं से मन विक्षुब्ध हो जाता है। जब कोई शांति से इस स्थिति को देखता है, तो मन का मैल धीरे-धीरे साफ हो जाता है। इस प्रकार, व्यक्ति नए सिरे से और शांति के साथ आगे बढ़ सकता है।\

आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न

Q. सच है जब तक मनुष्य बोलता नहीं तब तक उसका गुण प्रकट नहीं होता सप्रसंग व्याख्या करें

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Q. फिर भी रोता ही रहता है नहीं मानता है मन मेरा बड़ा जटिल नीरस लगता है सूना सूना जीवन मेरा व्याख्या करें 

Q. पासबुक खो जाने की शिकायत बैंक मैनेजर को पत्र लिखकर करें

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Q. अपने प्रधानाचार्य को प्रार्थना-पत्र लिखकर अपनी फीस माफी हेतु प्रार्थना करें

Q. हरचरना कौन है

Q. मानक और सिपाही एक दूसरे को क्यों मारना चाहते हैं

Q. नागरिक क्यों व्यस्त है क्या उनकी व्यस्तता जायज है

Q. लहना सिंह कौन था

Q. बुद्ध ने आनंद से क्या कहा

दूसरा उतर 

बुद्ध ने आनंद को समझाया कि जीवन की कठिनाइयों से मन अशांत हो जाता है। लेकिन अगर हम शांतिपूर्वक इन समस्याओं को देखते हैं, तो मन की गंदगी खुद ही दूर हो जाती है। इससे हम फिर से साफ मन से आगे बढ़ सकते हैं।

तीसरा उतर 

बुद्ध ने आनंद से कहा कि जीवन की परेशानियां मन को मथ डालती हैं। यदि कोई इन परेशानियों को शांति और धैर्य के साथ देखे, तो मन का कूड़ा खुद ही साफ हो जाता है। इस तरह, व्यक्ति नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ सकता है।

चौथा उतर 

बुद्ध ने आनंद को बताया कि मन की अशांति जीवन की समस्याओं से होती है। लेकिन जब हम धैर्यपूर्वक इन समस्याओं को देखते हैं, तो मन का मैल अपने आप उतर जाता है। इससे हम फिर से एक नई शुरुआत कर सकते हैं।

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