नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 11 के इतिहास विषय के सितंबर 2024 के मंथली एग्जाम में पूछा गया अति महत्वपूर्ण प्रश्न “अमरीका में बागान-प्रथा लागू होने से किस प्रकार दास व्यापार को बढ़ावा मिला”(America mein Bagan per tha lagu hone se kis prakar Das Vyapar Ko badhava Mila”का उत्तर दिया गया है। इस पोस्ट में इस प्रश्न के तीन से चार उतर दिए गए हैं। और तीनों उत्तर बिल्कुल सही है। आप इन तीनों उत्तरों में से किसी भी उत्तर को अपने एग्जाम में लिख सकते हैं।
अमरीका में बागान-प्रथा लागू होने से किस प्रकार दास व्यापार को बढ़ावा मिला । America mein Bagan per tha lagu hone se kis prakar Das Vyapar Ko badhava Mila
Q: अमरीका में बागान-प्रथा लागू होने से किस प्रकार दास व्यापार को बढ़ावा मिला । America mein Bagan per tha lagu hone se kis prakar Das Vyapar Ko badhava Mila
Answer –
अमरीका में बागान-प्रथा के लागू होने से दास व्यापार को बढ़ावा मिला क्योंकि इससे बागान मालिकों को सस्ते और अमूल्य श्रमिक मिले, जिससे दास व्यापार को वित्तीय लाभ हुआ और इसकी मांग बढ़ी।
आज के पेपर में पूछे गए प्रश्न
Q. समुद्री मार्गों की खोज का अमानवीय पहलू क्या था
Q. अमरीका में बागान-प्रथा लागू होने से किस प्रकार दास व्यापार को बढ़ावा मिला
Q. एजटेक सभ्यता की दो प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करें
Q. इंका सभ्यता का विनाश किसने और किस प्रकार किया
Q. कुस्तुनतुनिया का पतन कब हुआ इसका क्या परिणाम हुआ
Q. इंका सभ्यता का आरम्भ कब एवं कहाँ हुआ था
Q. 15वीं शताब्दी में समुद्री मार्ग की खोज के कारणों का वर्णन करें
Q. माया सभ्यता के विस्तार एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों का वर्णन करें
Q. एजटेक सभ्यता के विस्तार एवं उपलब्धियों की विवेचना करें
Q. अमरीका में एज़टेक एवं इंका सभ्यता का विनाश कैसे हुआ? वर्णन करें
दूसरा उतर
बागान-प्रथा के तहत अमरीका में दासों का उपयोग बढ़ा क्योंकि बागान मालिकों को लगातार और सस्ते श्रमिकों की जरूरत थी। इस प्रथा ने दास व्यापार को प्रोत्साहित किया और इसकी मांग बढ़ा दी।
तीसरा उतर
जब अमरीका में बागान-प्रथा शुरू हुई, तब विशाल बागानों की देखभाल के लिए दासों की ज़रूरत पड़ी। इसका एक प्रमुख उदाहरण है दक्षिणी अमेरिका में कपास बागानों का विस्तार, जिसने दास व्यापार को प्रोत्साहित किया।
चौथा उतर
बागान-प्रथा के प्रभावी होने से दास व्यापार को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला। इससे बागान मालिकों के लिए सस्ते श्रमिक उपलब्ध हुए, जिससे दास व्यापार की वृद्धि में तेजी आई और सामाजिक-आर्थिक ढांचा प्रभावित हुआ।