नमस्ते दोस्त आपका स्वागत आज के इस आर्टिकल में। इस ब्लॉग आर्टिकल में बिहार बोर्ड 11th क्लास के हिंदी विषय के अक्टूबर 2024 मंथली एग्जाम में पूछा गया प्रश्न “कबीर के पद में बलिया का प्रयोग संबोधन में हुआ इसका क्या अर्थ है”(Kabir ke pad mein baliya ka prayog sambodhan mein hua iska kya Arth hai) का उतर दिया गया है। इस सवाल के चार अलग अलग उतर दिए गए हैं। और चारों उतर सही है आप किसी भी एक उतर को एग्जाम में लिख सकते हैं। आइए इस सवाल का सही उतर जानते हैं:
कबीर के पद में बलिया का प्रयोग संबोधन में हुआ इसका क्या अर्थ है । Kabir ke pad mein baliya ka prayog sambodhan mein hua iska kya Arth hai
Q. कबीर के पद में बलिया का प्रयोग संबोधन में हुआ इसका क्या अर्थ है । Kabir ke pad mein baliya ka prayog sambodhan mein hua iska kya Arth hai
उतर – कबीर के पद में ‘बलिया’ शब्द का प्रयोग संबोधन के रूप में हुआ है, जिसका शाब्दिक अर्थ बलवान है। कबीर ने इसे सर्वशक्तिमान परम पुरुष या ईश्वर के रूप में संदर्भित किया है। इस शब्द के माध्यम से कबीर ने परमात्मा को पुकारा है, जो सभी शक्तियों का स्रोत है।
दूसरा उतर
कबीर ने ‘बलिया’ शब्द का प्रयोग ईश्वर के लिए किया है, जो सर्वशक्तिमान और परम पुरुष है। इसका कोशगत अर्थ ‘बलवान’ है, लेकिन कबीर की भाषा में यह शब्द सर्वशक्तिमान भगवान के संदर्भ में आया है, जिसे कबीर ने भर्तार और पति के रूप में संबोधित किया है।
तीसरा उतर
कबीर ने ‘बलिया’ शब्द का प्रयोग ईश्वर के लिए किया है, जो सर्वशक्तिमान और परम पुरुष है। इसका कोशगत अर्थ ‘बलवान’ है, लेकिन कबीर की भाषा में यह शब्द सर्वशक्तिमान भगवान के संदर्भ में आया है, जिसे कबीर ने भर्तार और पति के रूप में संबोधित किया है।
चौथा उतर
कबीर के पद में ‘बलिया’ शब्द का प्रयोग संबोधन के रूप में हुआ है, जिसका शाब्दिक अर्थ बलवान है। कबीर ने इसे सर्वशक्तिमान परम पुरुष या ईश्वर के रूप में संदर्भित किया है। इस शब्द के माध्यम से कबीर ने परमात्मा को पुकारा है, जो सभी शक्तियों का स्रोत है।